मन थने सतगुरु देवे ज्ञान समझकर हिरदे धारो रे
मन थने सतगुरु देवे ज्ञान, समझकर हिरदे धारो रे।। तू पणा ने त्याग दे, बोलो शब्द जी कारो रे, छोटा...
Read moreDetailsमन थने सतगुरु देवे ज्ञान, समझकर हिरदे धारो रे।। तू पणा ने त्याग दे, बोलो शब्द जी कारो रे, छोटा...
Read moreDetailsपीरा को है पीर, माता मैणादे को लाल जी, भक्त उबारन लीन्हो बाबो, कलयुग में अवतार जी, जय जय बोलो...
Read moreDetailsराणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो, दोहा - केशव थारे काज, मैं भगवा वस्त्र धारिया, माला लिनी हाथ मैं, रटती फिरू...
Read moreDetailsमैं तो पुरबियों पुरब देस रो मारी हेली, बोली लखेना कोई, मारी बोली लखेना कोई, जो मारी बोली लखे मारी...
Read moreDetailsजे थारो मनवो कयो नी मोने, दोहा - कहे संत संग्राम राम ने, भूलो किकर, भूलीया भूंडी होवसी, माजनो जासी...
Read moreDetailsधोरा में बनीयो धाम मन भावन, भक्तों रे मन भावे, रूनीचो धाम भलो कहलावे अरे हा।। अजमलजी रे घर में...
Read moreDetailsअरे हालो रे भाया सिरेमंदर गढ़ धाम, हालो रे भाया सिरेमंदर गढ धाम, किणियागीरी पर्वत पर, देवल सोवणो हो राज,...
Read moreDetailsभक्ति सुरा री, जियो जियो रे भक्ति सूरा री, काया रो भाँडो काम नई आवे रे, भक्ति सूरा री।। सील...
Read moreDetailsनीले घोड़े रा असवार, म्हारा मेवाड़ी सरदार, राणा सुणता ही जाजो जी, मेवाड़ी राणा सुणता ही जाजो जी।। राणा थारी...
Read moreDetailsनगर भागली जामो पायो, पीरजी पीर पद पायो जी, सिरेमंदर री अलख पेडिया में, राज करायो जी शान्तिनाथजी, जियो जियो...
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