वेदसार शिव स्तव: हिंदी लिरिक्स
वेदसार शिव स्तव:, पशूनां पतिं पापनाशं परेशं, गजेन्द्रस्य क्रत्तिं वसानं वरेण्यम्। जटाजूटमध्ये स्फुरद्गांगवारिं, महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम्।१। महेशं सुरेशं सुरारार्तिनाशं, विभुं...
Read moreDetailsवेदसार शिव स्तव:, पशूनां पतिं पापनाशं परेशं, गजेन्द्रस्य क्रत्तिं वसानं वरेण्यम्। जटाजूटमध्ये स्फुरद्गांगवारिं, महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम्।१। महेशं सुरेशं सुरारार्तिनाशं, विभुं...
Read moreDetailsअम्बे भवानी तेरी आरती गाऊं, शिव पटरानी तेरी आरती गाऊं, आरती गाऊं मैया आपको मनाऊं, अंबे भवानी तेरी आरती गाऊं,...
Read moreDetailsक्षमा प्रार्थना दुर्गासप्तशती, अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि।।१।। आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न...
Read moreDetailsजय दादी सती माता, जय दादी सती माता, आंवल की महाराणी, सब सुख की दाता।।जय... ज्योत अखंडित तेरी, दिव्य प्रकाश...
Read moreDetailsजय जगदंबे माई, मैया जय जगदम्बे माई, भक्त खडे तेरे द्वार मां, संत खड़े तेरे द्वारे मां, कर सब सुख...
Read moreDetailsॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा, सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक श्रुति धर्मा, ओम जय श्री विश्वकर्मा।। आदि...
Read moreDetailsआराधे पधारो मैया होवे निज आरती, कविजन कीरति गान करे, जसोल री धणियाणी, कुंवर लाल बन्ना री जननी, दर पर...
Read moreDetailsउतारूं आरती श्री बाबा सिद्धनाथ की, उतारु आरती श्री बाबा सिद्धनाथ की, खरगोन के सरकार की, निमाड़ के महाराज की,...
Read moreDetailsसम्पूर्ण सुंदरकांड तर्ज किष्किन्धाकाण्ड आरती चालीसा स्तुति जय सियाराम जी की मित्रों ! इस एक पोस्ट में ही सम्पूर्ण सुंदरकांड...
Read moreDetailsजय चामुंडा माता, मैया जय तुलजा माता, आरती तेरी उतारे, जग जननी माता, मैया जय चामुंडा माता।। रूप चतुर्भुज धारा,...
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