बिना जानकी के राम अयोध्या ना आए
बिना जानकी के राम, अयोध्या ना आए। दोहा - समझ निशा में जान निशाचर, भरत जी ने छोड़ा तीर, राम...
Read moreDetailsबिना जानकी के राम, अयोध्या ना आए। दोहा - समझ निशा में जान निशाचर, भरत जी ने छोड़ा तीर, राम...
Read moreDetailsखोजते खोजते एक सहारा, तेरे बंदों का पाकर इशारा, आके दर पे खड़ा हो गया हूं, की मिलेगा यहां पर...
Read moreDetailsबड़े भाग्य से ये मनुज तन मिला है, गंवाते गंवाते उम्र पार कर दी, खाने कमाने में आयु गँवा दी,...
Read moreDetailsहर हाल में खुश रहना, संतो से सिख जाए, महफ़िल में जुदा रहना, संतों से सीख जाए।। सुख दुख में...
Read moreDetailsजो है वो भुलाने के, काबिल नहीं है, नहीं है वो पाने के, काबिल नहीं है।। जो है वो अभी...
Read moreDetailsजीवन की गाड़ी, चली जा रही है, उतरने की मंजिल, करीब आ रही है।। नर तन की ट्रेन में, आयु...
Read moreDetailsसुनकर ना मन द्रवित हो, वो भजन भजन नहीं है, हो ना सत्यता का दर्शन, वो वचन वचन नहीं है।।...
Read moreDetailsइतिहास में हमसे छुपी रही, संभल की सच्ची कहानी है, जो खून नहीं खोला सुनके, वो खून नहीं फिर पानी...
Read moreDetailsमुझे कौन पूछता था, तेरी बंदगी से पहले, मैं खुद को ढूंढता था, तेरी बंदगी से पहले।। मेरी जिंदगी थी...
Read moreDetailsचलते चलते गिर ना जाना, जीवन पथ अंजाना है, इक बार जो पांव फिसला तेरा, फिर पीछे पछताना है।। तर्ज...
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