काम मेरा एक खाटू वाले,
अगले जन्म में कर देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
रहूँ जहां भी इस दुनिया में,
तेरी याद सताती रहे,
खाटू की माटी की खुशबु,
तन से मेरे आती रहे,
बना रहे ये प्रेम हमारा,
रिश्ता पावन कर देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
इस माटी में रम जाऊं मै,
इतनी रहम बरसाओ ना,
इस माटी को श्याम प्रेमी की,
चरणधूल बनवाओ ना,
किसी तरह भी माटी को,
अपनी चौखट पर रख देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
श्याम मेरे हर काम से पहले,
नाम तेरा हर बार रटूं,
तेरी चौखट पर मैं आकर,
दिल की सारी बात करूँ,
झुका रहे मेरा सर तेरे पथ पे,
इतनी किरपा कर देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
औकात नहीं मेरी कुछ कहने की,
कैसे तेरा गुणगान करूँ,
तेरे पथ पर चल पड़ा हूँ,
क्यूँ किसी की आस करू,
सिवा तेरे ना कोई है मेरा,
काम मेरा इक कर दो ना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
आरज़ू आखिर इस जीवन की,
तूमको श्याम बता डाली,
‘गौरव’ के हाथों से लिखाकर,
सरेआम प्रभु गा डाली,
निगाह प्रेम की अपनी बाबा,
इस ‘राजू’ पे कर देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
काम मेरा एक खाटू वाले,
अगले जन्म में कर देना,
मेरे तन को खाटू की माटी से,
बाबा आकर रच देना।।
Singer – Rajiv Garg
Lyrics – Gaurav Gandhi & Rajiv
विशेष – इस भजन को “क्या मिलिए ऐसे लोगो से”
इस तर्ज पर भी गा सकते है। जय श्री श्याम।
https://youtu.be/V86jVaESzI8







