सतगुरु सेन बताय असल निज सार की भाई साधु
असल निज सार की भाई साधु, सतगुरु सेन बताय, सतगुरु सेंन बताय।। सुरता शब्द विचार नुरत घर, पहरा दीना, पाँच ...
Read moreDetailsअसल निज सार की भाई साधु, सतगुरु सेन बताय, सतगुरु सेंन बताय।। सुरता शब्द विचार नुरत घर, पहरा दीना, पाँच ...
Read moreDetailsकाशी से तो हम चल आये, तेरी सुणी बढ़ाई, केवे कबीर सा सुणो गोरखजी, सिमरन री गति काई, राम भजन ...
Read moreDetailsतुम अगर द्वार भोले के आते रहो, काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे, बाबा शिव को पुकारा जो मन ...
Read moreDetailsअंधेरो में बनके जो आया उजाला, वो है खाटू वाला वो है खाटू वाला।। तर्ज - तुम्ही मेरे मंदिर। भटकता ...
Read moreDetailsतेरी रहमतो से जिये जा रहा हूँ, चरणों में तेरे खिंचा आ रहा हूँ, तेरी रहमतों से जिये जा रहा ...
Read moreDetailsमहिमा है ओमकार की, भाई साधो, कुछ संत कहता रे पुकार।। अब अवधिया में ॐ कह तो, अपरं वाणी चार ...
Read moreDetailsढलक ढलक काई रोवे, लीलण म्हारी रे, तेजो बंधियो वचना रे माय, खरनाल्या में चली जा जे।। काका रे बाबा ...
Read moreDetailsकितना प्यारा तुझे सांवरे सजाया, जी करे देखता रहूँ, माथे चन्दन और तिलक, कानो में कुंडल साजे, सजकर मेरा सावरिया, ...
Read moreDetailsवो नाव नहीं डूबेगी, जो चलती है श्याम सहारे, उसे श्याम खिवैया बनकर, उसे श्याम खिवैया बनकर, भव सागर पार ...
Read moreDetailsकहाँ जाके बैठा है मेरे कन्हैया, अब पार लगा दे तू मेरी ये नैया।। तर्ज - लगी आज सावन की। ...
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