तेरी पूजा मे मन लीन रहे मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा
तेरी पूजा मे मन लीन रहे, मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा, मीट जाये जन्मों की तृष्णा, श्री राम मिले ...
Read moreDetailsतेरी पूजा मे मन लीन रहे, मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा, मीट जाये जन्मों की तृष्णा, श्री राम मिले ...
Read moreDetailsतेरी जय हो गणेश, तेरी जय हों गणेश। श्लोक - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सुमीरु ...
Read moreDetailsतेरी बंसी पे जाऊं बलिहार रसिया, मैं तो नाचुँगि बीच बजार रसिया।। ओढ़ के आई मैं तो लाल चुनारिया, मटकी ...
Read moreDetailsतेरे दरबार में मैया, खुशी मिलती है। दोहा - तेरी छाया में, तेरे चरणों में, मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो ...
Read moreDetailsतेरे मन में राम, तन में राम। दोहा - राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत काल ...
Read moreDetailsतेरे जैसा राम भगत, कोई हुआ ना होगा मतवाला, एक जरा सी बात की खातिर, सीना फाड़ दिखा डाला।। तर्ज ...
Read moreDetailsशिव शंकर को जिसने पूजा, उसका ही उद्धार हुआ, अंतकाल को भवसागर में, उसका बेडा पार हुआ, भोले शंकर की ...
Read moreDetailsसाँवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है, चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना है, सांवरे से मिलने ...
Read moreDetailsशिरडी के रहने वाले, कहते है तुझको साँई, लाखो की बिगड़ी बनाई, तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥ तर्ज-दुनिया बनाने ...
Read moreDetailsकैसी मुरलीया बजाई रे, छलिया मनमोहना, मै तो दौड़ी दौड़ी चली आई रे।। तर्ज - पंख होते तो उड़ आती ...
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