गोपालो झलके अंखियन में नागर जी भजन लिरिक्स
गोपालो झलके अंखियन में, नन्दलालो झलके अंखियन में।। मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, वो घूंघर वाले बालों...
Read moreDetailsगोपालो झलके अंखियन में, नन्दलालो झलके अंखियन में।। मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, वो घूंघर वाले बालों...
Read moreDetailsहरी भजलो हरी भजलो, हरी भजने का मौका है, अभी भजलो सभी भजलो, अभी भजने का मौका है, हरी भजलों...
Read moreDetailsबड़ी दीन दुखी हूँ अनाथ महा, यह दासी पड़ी शरणे तेरे।। तर्ज - श्यामा आन बसो वृन्दावन में। सब स्वारथ...
Read moreDetailsहरी का भजन कर प्राणी, काया तो तेरी हो गयी पुरानी, हो गयी पुरानी काया हो गयी पुरानी, हरि का...
Read moreDetailsसात सुरो का, बहता दरिया तेरे नाम, हर सुर में है, रंग झनकता तेरे नाम।। जितने ख़्वाब, ख़ुदा ने मेरे...
Read moreDetailsजितना जरुरी माँ का आँचल, बच्चो के मन भाया है, उतना जरुरी हम बच्चो के, सर पे पिता का साया...
Read moreDetailsये तन क्या है एक पिंजरा है, इस पिंजरे में एक तोता है, ये तोता जब उड़ जाएगा, तो खाली...
Read moreDetailsकिस मोड़ पे आके प्रभु, देखो हम आज खड़े, जहाँ देखो वही सुना, बंद कमरों में लोग पड़े।। तर्ज -...
Read moreDetailsनंदलाल, नंदलाल, नंदलाल, ओ गौ माँ के रखवाले, सुन जग के पालनहारे, सुन जग के पालनहारे।। तर्ज - ओ दुनिया...
Read moreDetailsझूठी काया में डोले, झूठी माया में डोले, काहे माने ना जिया, काहे माने ना जिया।। ये तो पांच तत्व...
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