डगमग नैया डोलती वाल्मीकि करतार भजन लिरिक्स
डगमग नैया डोलती, वाल्मीकि करतार, तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार, कौन लगाए पार।। किसे पुकारे गोमती, कहाँ करें...
Read moreDetailsडगमग नैया डोलती, वाल्मीकि करतार, तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार, कौन लगाए पार।। किसे पुकारे गोमती, कहाँ करें...
Read moreDetailsतेरी ऊँगली पकड़ के चला, ममता के आंचल में पला, माँ,, ओ मेरी माँ,, मैं तेरा लाडला, माँ,, ओ मेरी...
Read moreDetailsसुबहो की किरणों में, दिन भर की धूपों में, शाम में तू ही माई रे, रातों की नींदों में, आँखों...
Read moreDetailsभक्त बनता हूँ मगर, अधमों का हूँ सरताज भी, देखकर पाखंड मेरा, हंस पड़े ब्रजराज भी।। कौन मुझसे बढकर पापी,...
Read moreDetailsजीवन खतम हुआ तो, जीने का ढंग आया, जब शम्मा बुझ गयी तो, महफ़िल में रंग आया, जीवन ख़त्म हुआ...
Read moreDetailsप्रभु नाम में क्या बंदिश, दिन रात लीजिए, ताली बजा बजा कर, ताली बजा बजा कर, शुरुआत कीजिये, प्रभु नाम...
Read moreDetailsप्रभु को गर भूलोगे बन्दे, बाद बहुत पछताओगे, पैसे से भोजन लाओगे, भूख कहा से लाओगे, पैसे से भोजन लाओगे,...
Read moreDetailsसुणो म्हारी मावड़ी, जनक जी री डावड़ी, सब जीवड़ां रो दुःख दूर कर दे, म्हां री थोड़ी सी आ अरज,...
Read moreDetailsचलो मन वृन्दावन की ओर, प्रेम का रस जहाँ छलके है, कृष्ण नाम से भोर, चलो मन वृंदावन की ओर।।...
Read moreDetailsजो प्रेम गली में आए नहीं, प्रियतम का ठिकाना क्या जाने, जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं, वो प्रेम निभाना...
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