जियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी भजन लिरिक्स
जियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी रे, श्लोक - भस्मी रमावत अंग शिवजी, थारी जटा में बह रही छे...
Read moreDetailsजियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी रे, श्लोक - भस्मी रमावत अंग शिवजी, थारी जटा में बह रही छे...
Read moreDetailsभोले बाबा का रूप निराला, श्लोक - शिव समान दाता नहीं, और विपत विदारण हार, लज्जा सबकी राखियो, शिव नंदी...
Read moreDetailsमैं वारी जाऊं रे, बलिहारी जाऊं रे, म्हारे सतगुरु आंगण आया, मैं वारी जाऊं रे, म्हारा दाता आंगण आया, मैं...
Read moreDetailsघुंघटियो आड़े आग्यो जी, घुंघटियो,,,,,ओ घुंघटियो, घुंघटीयो आड़े आग्यो जी, ओ घुंघटियो आड़े आग्यों जी, थाने देख कोणी पाई बाबा...
Read moreDetailsपिछम धरा सु म्हारा पीरजी पधारिया, घर अजमल अवतार लियो, लाछा सुगना करे हरी री आरती, हरजी भाटी उबा चवर...
Read moreDetailsआज यो श्रृंगार दादी, कितनो प्यारो प्यारो है, थारी ज्योत को उजियारो है, आज यो श्रृंगार दादी, कितनो प्यारो प्यारो...
Read moreDetailsपिछम धरा रा राज वीरा, जग में परचा भारी, घोड़ले रे घमको आवो जी, म्हारा पचरंग नेजा धारी, पिछम धरा...
Read moreDetailsकंचन वाली काया, सैलानी मैं तो पावना, एक दिन जावाला, पाछा कोणी आवाला।। बोलो बोलो अम्रत वाणी, इन मुखडा सु,...
Read moreDetailsइतनी खातिरी करवावे, एको काई लागे एको काई लागे, अईया बैठ्यो जईया, भक्ता रो जवाई लागे।। भगत कवे जी इने...
Read moreDetailsम्हारा सतगुरु दिन दयाल, आज म्हाने अमर बनाया रे।। श्लोक - सतगुरु बादल प्रेम का, तो महा पर बरसो आये,...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary