गुरु चरण कमल बलिहारी रे गुरुदेव भजन लिरिक्स
गुरु चरण कमल बलिहारी रे, मेरे मन की दुविधा टारि रे, गुरु चरण कमल बलिहारी रे।। भव सागर में नीर...
Read moreगुरु चरण कमल बलिहारी रे, मेरे मन की दुविधा टारि रे, गुरु चरण कमल बलिहारी रे।। भव सागर में नीर...
Read moreअगर है ज्ञान को पाना, तो गुरु की जा शरण भाई।। जटा सिर पर रखाने से, भस्म तन में रमाने से,...
Read moreनजर भर देख ले मुझको, शरण में तेरी आया हूँ।। कोई माता पिता बंधू, सहायक है नहीं मेरा, सहायक है...
Read moreकृष्ण घर नन्द के जन्मे, दुलारा हो तो ऐसा हो, लोग दर्शन चले आये, सितारा हो तो ऐसा हो।। बकासुर...
Read moreराम दशरथ के घर जन्मे, घराना हो तो ऐसा हो, घराना हो तो ऐसा हो, लोग दर्शन को चल आये,...
Read moreईश्वर को जान बन्दे, मालिक तेरा वही है, करले तू याद दिल से, हर जां में वो सही है, ईष्वर...
Read moreभोले तेरी जटा से, बहती है गंग धारा, शंकर तेरी जटा से, बहती है गंग धारा, काली घटा के अंदर,...
Read moreदो दिन का जगत मे मेला, सब चला चली का खेला।। कोई चला गया कोई जावे, कोई गठरी बाँध सिधारे,...
Read moreमुझे दे दर्शन गिरधारी रे, तेरी सांवरी सूरत पे मैं वारि रे।। जमुना तट हरी धेनु चरावे, मधुर मधुर स्वर...
Read moreगुरुजी दरश बिना, जियरा मोरा तरसे, गुरुजी मेरे, नैनन में जल बरसे।। तर्ज - आजा रे परदेसी मैं तो। पतीत...
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