गोप अष्टमी आज निराली मैया का श्रृंगार करो गौमाता भजन
गोप अष्टमी आज निराली, मैया का श्रृंगार करो, कभी कटे ना कोई गैया, ऐसा तुम उपचार करो।। तर्ज - थाली...
गोप अष्टमी आज निराली, मैया का श्रृंगार करो, कभी कटे ना कोई गैया, ऐसा तुम उपचार करो।। तर्ज - थाली...
गोविन्द चले आओ, गोपाल चले आओ, मेरे मुरलीधर माधव, नन्दलाल चले आओ, गोविन्द चले आवो, गोपाल चले आओ।। आँखों में...
सुणो हे माँ टाबरियो री, आशा मनसा पुरो हो, घरे आवो गवरल माँ, हो देवो दरश दिखाए, थारे बिन जग...
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी बन जाऊँ, जो तेरी मर्जी है।। दोहा - मैंने कब कहा, की मुझे दुनिया...
दुनिया के रंग रूप में, क्यों हो गया मगन, आजा आजा आजा शरण, ले पकड़ माँ के चरण।। श्लोक -...
तुम हमारे थे प्रभु जी, तुम हमारे हो, तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रियतम, हम तुम्हारे थे प्रभु जी,...
मेरी बांके बिहारी जू से प्रीत, ये दुनिया जान गई, जान गई पहचान गई, जान गई पहचान गई, मुझे मिल...
कितना अजीब मोहन, किस्मत का लेख मेरा।। तर्ज - भूलना जो चाहा। श्लोक - बाबा की ममता भरी, देखी जो...
ऐ बाबा तेरे नाम के, दीवाने आ गए, गर सोए हो तो जागो, जगाने आ गए।। तर्ज : होठों पे...
था बिन म्हारी श्याम, कुण लाज बचाव रे, लाज बचाव रे श्याम, कुण हिवड़े लगाव रे, थां बिन म्हारी श्याम, कुण...
© 2016-2025 Bhajan Diary