तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया भजन लिरिक्स

तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया भजन लिरिक्स
कृष्ण भजनदेवकी नंदन जी

तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में।।



रंग बदलती इस दुनिया में,

कोई किसी का यार नहीं,
मतलब की है दुनिया सारी,
बिन मतलब व्यव्हार नहीं,
हार गया हूँ मैं मन मोहन,
हार गया हूँ मैं मन मोहन,
प्यार के इस व्यापार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
तेरे नाम की औढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में।।



कभी तो कोई आँख दिखावे,

कोई गले लगाता है,
मतलब की इस दुनिया में तो,
सुख दुःख आता जाता है,
धुप छांव पग पग पर मिलती,
सुख दुःख आता जाता है,
जित की मुझको ख़ुशी नहीं है,
जित की मुझको ख़ुशी नहीं है,
और रंज नहीं है हार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
तेरे नाम की औढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में।।



तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया,

मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में।।

Singer : Shri Devaki Nandan Ji


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