शुभ दिन आन लगे सावन के,
झूला झूलत नंदकिशोर।।
देखे – झूला तो झूले रानी राधिका।
कहां से आए राधा रानी,
कहां से नंदकिशोर,
बरसाने से आई राधिका,
गोकुल नंदकिशोर,
शुभ दिन आए गए सावन के,
झूला झूले नंदकिशोर।bd।
कौना झूले कौन झुलावे,
कौना खींचे डोर,
राधा झूले कान्हा झूलावे,
ललिता खींचे डोर,
शुभ दिन आए गए सावन के,
झूला झूले नंदकिशोर।bd।
उमड घूमड घन गर्जन लागे,
पवन चले चितचोर,
राग मल्हार गाए रही गोपी,
होके भाव विभोर,
शुभ दिन आए गए सावन के,
झूला झूले नंदकिशोर।bd।
वृन्दावन की कुञ्ज गलिन में,
धूम मची चहुँ ओर,
छुपा लई राधा ने बंसी,
ढूंढत है चितचोर,
शुभ दिन आए गए सावन के,
झूला झूले नंदकिशोर।bd।
बंसी ‘भजन’ लगा लई छतियन,
कर आँचल को छोर,
बंसी है के वीणा मोहन,
परखो मोरी ओर,
शुभ दिन आए गए सावन के,
झूला झूले नंदकिशोर।bd।
शुभ दिन आन लगे सावन के,
झूला झूलत नंदकिशोर।।
Singer – Chandra Bhushan Ji Pathak
Lyrics – Bhajan Lal Ji