सजधज बैठ्यो लागे सोहणो मिजाजी म्हारो सांवरियो लिरिक्स

सजधज बैठ्यो लागे सोहणो मिजाजी म्हारो सांवरियो लिरिक्स
कृष्ण भजन

सजधज बैठ्यो लागे सोहणो,
लीले पे हो असवार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो।।



चांदनी रातां में भी,

चंदो फीको पड़ जावे जी,
जो गुलाबी अधरा से,
म्हारो सांवरो मुस्कावे जी,
अधरा पे सोहे बांसुरी,
छिड़े भांत भतिलि तान,
मिजाजी म्हारो सांवरियो,
लीले पे हो असवार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो।।



शीश मुकुट घुंघराली लट,

माथे तिलक केसरियो जी,
कामणगारा नैणा से,
कर ग्यो कामण वो छलियो जी,
मुछा पे ताव आंके जोर को,
मुछा पे ताव आंके जोर को,
लीले पे हो असवार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो।।



सतरंगी बागा पे आ के,

गोटा की किनारी जी,
अंतर की खुशबु से महके,
‘गोलू’ दुनिया सारी जी,
प्यार लुटावे मोकलो,
म्हारो सेठ बड़ो दिलदार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो,
लीले पे हो असवार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो।।



सजधज बैठ्यो लागे सोहणो,

लीले पे हो असवार,
मिजाजी म्हारो सांवरियो।।

Singer – Mayank Agarwal


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