राधे रानी के चक्कर में फस गयो रे भजन लिरिक्स

राधे रानी के चक्कर में फस गयो रे भजन लिरिक्स

राधे रानी के चक्कर में फस गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।

तर्ज – नंदरानी कन्हैयो जबर भयो रे।



गोरी गोरी राधा है सांवला कन्हैया,

कहती है सबसे कन्हैया की मैया,
राधे रानी से मिलना ये जच गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।



कान्हा को समझाया पर नहीं समझे,

राधा के पीछे यह पड़ गयो जम के,
कोई रोको कन्हैया को अड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।



मैया मनाती है मान जा कन्हैया,

कहते हैं ग्वाल बाल रूठेगी मैया,
राधे रानी का नाम क्यों रट रयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।



मिल गई राधा तो जोड़ी जमेगी,

राधे बिना कैसे जोड़ी मिलेगी,
कान्हा कहता है ‘राहुल’ भी जच गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।



राधे रानी के चक्कर में फस गयो रे,

मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे,
मेरा कान्हा तो मुश्किल में पड़ गयो रे।।

गायक – राहुल शर्मा (पालम वाले)


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