​पायो जी मैंने राम रतन धन पायो भजन लिरिक्स

​पायो जी मैंने राम रतन धन पायो,
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो,
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो॥



वस्तु अमोलक दीनी मेरे सतगुरु,
वस्तु अमोलक दीनी मेरे सतगुरु,
किरपा कर अपनायो॥॥



जनम जनम की पूंजी पाई,
जनम जनम की पूंजी पाई,
जग में सभी खोवायो॥॥



खरच न खुटे, चोर न लुटे,
खरच न खुटे, चोर न लुटे,
दिन-दिन बढ़त सवायो॥॥



सत की नाव खेवटिया सतगुरु,
सत की नाव खेवटिया सतगुरु,
भवसागर तर आयो॥॥



मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
हरस हरस जश गायो॥॥


इस भजन को शेयर करे:

अन्य भजन भी देखें

बुला लो वृन्दावन गिरधारी भजन लिरिक्स

बुला लो वृन्दावन गिरधारी भजन लिरिक्स

बुला लो वृन्दावन गिरधारी, बसा लो वृन्दावन गिरधारी, मेरी बीती उमरिया सारी, बुला लों वृन्दावन गिरधारी।। मोह ममता ने डाला घेरा, ना कोई सूझे रास्ता तेरा, दीन दयाल पकड़ लो…

म्हारो सायब बसे परदेस जोऊं मैं बाटड़ली लिरिक्स

म्हारो सायब बसे परदेस जोऊं मैं बाटड़ली लिरिक्स

म्हारो सायब बसे परदेस, जोऊं मैं बाटड़ली।। सायब ने मैं सपने में देख्या, सायब ने मैं सपने में देख्या, मासु किनी बात, बेगा आजो भूल मत जाजो, झुर झुर रोवे…

राधा रानी दया करके बरसाना बसा लेना भजन लिरिक्स

राधा रानी दया करके बरसाना बसा लेना भजन लिरिक्स

राधा रानी दया करके, बरसाना बसा लेना, चरणों में श्यामाजू, थोड़ी सी जगह देना, राधा रानी दया करकें, बरसाना बसा लेना।। संसारिक दौलत की, मुझे कुछ भी चाह नही, शौहरत…

ये तो बता दो बरसाने वाली पूर्णिमा दीदी भजन लिरिक्स

ये तो बता दो बरसाने वाली पूर्णिमा दीदी भजन लिरिक्स

ये तो बता दो बरसाने वाली, मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा, तुम्हारी दया पर ये जीवन है मेरा, मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा।। किये है गुनाह मैने इतने…

Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

1 thought on “​पायो जी मैंने राम रतन धन पायो भजन लिरिक्स”

Leave a Comment

error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे