चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा हिंदी लिरिक्स
चढ़ता सूरज धीरे धीरे, ढलता है ढल जायेगा। दोहा - हुए नामवर बेनिशां कैसे कैसे, जमीं खा गयी नौजवान कैसे ...
Read moreDetailsचढ़ता सूरज धीरे धीरे, ढलता है ढल जायेगा। दोहा - हुए नामवर बेनिशां कैसे कैसे, जमीं खा गयी नौजवान कैसे ...
Read moreDetailsमेहर भयी आई मात री, हैदराबाद में बडेर आईजी री, चारों दिश मे है विख्यात, मेहर भई आई मात री, ...
Read moreDetailsश्रवण कुमार की कथा लिरिक्स, दोहा - संसार सागर हैं अगर, तो माता-पिता ही नाव है, जिसने करी सेवा तो, ...
Read moreDetailsआईजी बेलीयाँ रे गला में बाजे घुंगरा, आईजी बेलीयाँ रे गला मे बाजे घुंगरा, माजी बेंगलुरु मे आयी थारी बैल, ...
Read moreDetailsमाही बीज ने सेवक, सु कठे कठे पधारीया, बेंगलुरु में बडेर, दर्शन किना ओ माताजी, भगत थारा घणा, हर्षाया ओ ...
Read moreDetailsपारसीगुट्टा रे माय कोई, हैदराबाद रे माय, आईजी री ज्योता जागे जी, कोई पारसीगुट्टा रे माय।। पारसीगुट्टा में आईजी बिराजे, ...
Read moreDetailsजुग जुग जीवे री, यशोदा मैया तेरो ललना, तेरो ललना री मैया झूले पलना, तेरो ललना री मैया झूले पलना, ...
Read moreDetailsऐसो चटक मटक सो ठाकुर, तीनों लोकन में हूँ नाय, लोकन में हूँ नाय, तीनों लोकन में हूँ नाय, ऐसो ...
Read moreDetailsनन्द बाबा के अंगना देखो, बज रही आज बधाई, नगाड़ा जोर से बजा दे, मैं नृत्य करन को आई, नगाड़ा ...
Read moreDetailsआरती युगलकिशोर की कीजे, तन मन भी न्योछावर कीजे।। गौरश्याम मुख निरखन लीजे, हरि का रूप नयन भरि पीजे, तन ...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary