वृन्दावन में रस की धार सखी री बरस रही भजन लिरिक्स
वृन्दावन में रस की धार, सखी री बरस रही, मैं तो कर सोलह श्रृंगार, सखी री तरस रही, वृंदावन में ...
Read moreDetailsवृन्दावन में रस की धार, सखी री बरस रही, मैं तो कर सोलह श्रृंगार, सखी री तरस रही, वृंदावन में ...
Read moreDetailsओढ़ चुनरिया, न्यारी न्यारी लागे माँ, भक्तो को तू, प्यारी प्यारी लागे माँ, मैया की चुनरी का, कोई मोल नहीं, ...
Read moreDetailsमेरे श्याम आज तुझको, जी भर के देखना है, मेरे श्याम आज तुझकों, जी भर के देखना है, जी भर ...
Read moreDetailsतुझे कैसे सजाऊँ प्रभु, तूने दुनिया सजाई है, तेरी रचना क्या मैं लिखूं, तूने सृष्टि रचाई है।। तर्ज - बचपन ...
Read moreDetailsभक्ता ने दरश दिखायगो, बाबो मोरछड़ी लहरायगो।। ऐसो मोरछड़ी को झाड़ो है, कोई मोटो ना कोई माड़ो है, कलयुग में ...
Read moreDetailsसाथी सच्चा यार है मेरा सांवरा, दानी दिलदार है मेरा सांवरा, दानी दिलदार है मेरा सांवरा।। तर्ज - थोड़ा इंतजार ...
Read moreDetailsक्या ये तुमको पता है ओ बाबा, कितनी गमगीन ये शब हुई है, तुमसे मिलने की चाह में आँखें, आंसुओं ...
Read moreDetailsमाँ तेरे दरबार, झुके सारा संसार, मेरी सुनले पुकार, ज्योता वालिये हो लाटा वालिये, मां तेरे दरबार, झुके सारा संसार।। ...
Read moreDetailsखाटु वाले श्याम बिहारी, कलिकाल में तेरी महिमा है न्यारी, हारे हुओ का तुम हो सहारा, कहलाये जग में प्रभु ...
Read moreDetailsसाँचा है तेरा दरबार, ओ मैया शेरोवाली, ऊँचे ऊँचे पर्वत वाली, सचियाँ सचियाँ ज्योतावाली, तू ही दुर्गा तू ही काली, ...
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