छुपे बैठे हो कण कण मे भला मे केसे पहचानु भजन लिरिक्स
छुपे बैठे हो कण कण मे, भला मैं कैसे पहचानु, दुई का दूर कर पर्दा, सामने आओ तो जानु।। तर्ज...
Read moreछुपे बैठे हो कण कण मे, भला मैं कैसे पहचानु, दुई का दूर कर पर्दा, सामने आओ तो जानु।। तर्ज...
Read moreअगर प्यार तेरे से पाया ना होता, तुझे श्याम अपना बनाया ना होता।। ना होती तमन्ना हि, तेरे मिलन की,...
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