जुग में गुरु समान नहीं दाता राजस्थानी भजन लिरिक्स
जुग में गुरु समान नहीं दाता, दोहा - गुरु बिणजारा ज्ञान रा, और लाया वस्तु अमोल, सौदागर साँचा मिले, वे...
Read moreDetailsजुग में गुरु समान नहीं दाता, दोहा - गुरु बिणजारा ज्ञान रा, और लाया वस्तु अमोल, सौदागर साँचा मिले, वे...
Read moreDetailsनुगरा कोई मत रहना जी, दोहा - नुगरा नर तो मति मिलो, ने पापी मिलो रे हजार, क्योकि एक नुगरा...
Read moreDetailsम्हाने दुर्गा रूप दिखा मारी मां, म्हाने दुर्गा रूप दिखा, आद भवानी मां जगदंबा, सिंह सवारी बेगी आ, म्हाने दुर्गा...
Read moreDetailsबाबा रामदेवजी ओ थाने खम्मा घणी, दोहा - महिमा गावा रामदेव री, सुनजो ध्यान लगाय, जनम जनम रा पाप मिटे,...
Read moreDetailsबोल कन्हैया बोल तु तो जेल में जन्मियो, ना रे ना मेतो गोकुल में जन्मियो, बोल कन्हैया बोल तुतो जेल...
Read moreDetailsआई माता रे मंदिर माय, मीठा बोले मोरिया, जगदम्बा रे मंदिर माय, मीठा बोले मोरिया, अरर रर र बोले रे,...
Read moreDetailsलागा रे बाण म्हारे शबद गुरा रा, दोहा - शबदा मारा मर गया, शबदा छोड्यो राज, जिण जिण शबद विचारिया,...
Read moreDetailsइण रे चित्तोड़ वाले मार्गे मारी माता, जिणी-जिणी उड़े रे गुलाल, मारी मात बावणी।। रथड़ो हाले रे मारी, बाण माता...
Read moreDetailsभले भवानी चान्दन री रे, चौदस ने माँ ब्राह्मणी माता, चौदस ने बाजा तो चित्तौड़ बाजिया ओ।। भले भवानी ही...
Read moreDetailsधर धारू रे पाँव धराणा रे हां, रनुजे रा राजवि आवो धारू रे अरदास, जमो जगावा थारे नाम रो, थी...
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