राणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो भजन लिरिक्स
राणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो, दोहा - केशव थारे काज, मैं भगवा वस्त्र धारिया, माला लिनी हाथ मैं, रटती फिरू...
Read moreDetailsराणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो, दोहा - केशव थारे काज, मैं भगवा वस्त्र धारिया, माला लिनी हाथ मैं, रटती फिरू...
Read moreDetailsमैं तो पुरबियों पुरब देस रो मारी हेली, बोली लखेना कोई, मारी बोली लखेना कोई, जो मारी बोली लखे मारी...
Read moreDetailsजे थारो मनवो कयो नी मोने, दोहा - कहे संत संग्राम राम ने, भूलो किकर, भूलीया भूंडी होवसी, माजनो जासी...
Read moreDetailsधोरा में बनीयो धाम मन भावन, भक्तों रे मन भावे, रूनीचो धाम भलो कहलावे अरे हा।। अजमलजी रे घर में...
Read moreDetailsअरे हालो रे भाया सिरेमंदर गढ़ धाम, हालो रे भाया सिरेमंदर गढ धाम, किणियागीरी पर्वत पर, देवल सोवणो हो राज,...
Read moreDetailsभक्ति सुरा री, जियो जियो रे भक्ति सूरा री, काया रो भाँडो काम नई आवे रे, भक्ति सूरा री।। सील...
Read moreDetailsनीले घोड़े रा असवार, म्हारा मेवाड़ी सरदार, राणा सुणता ही जाजो जी, मेवाड़ी राणा सुणता ही जाजो जी।। राणा थारी...
Read moreDetailsनगर भागली जामो पायो, पीरजी पीर पद पायो जी, सिरेमंदर री अलख पेडिया में, राज करायो जी शान्तिनाथजी, जियो जियो...
Read moreDetailsमाताजी कठे सुता सुखभर नींद में, दोहा - भीनमाल रे मायने, मारी खिमज माँ रो धाम, दूर-दूर सु आवता, राखो...
Read moreDetailsथारो गिरधर लाल रिजायो रे, आ मीरा मेड़तनी, मीरा मेड़तनी रे, आ दासी मेड़तनी, थारों गिरधर लाल रिजायो रे, आ...
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