खाटू ले चालो म्हाने,
मोरछड़ी फिरवा दो म्हा पे,
आया जन्मदिन म्हारे श्याम का,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का,
तीन बाण का धारी खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
तर्ज – बोले तो मिठो लागे (मारवाड़ी)।
कार्तिक की ग्यारस आई,
खाटू नगरी ने सजाई,
खुशियां मनावे खाटू धाम में,
मोरवी का जाया खाटू का राजा,
बटे है बधैया खाटू धाम में,
कलयुग का अवतारी खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
ढोल नगाड़ा नौपत बाजे,
श्याम प्रेमी नगरी में नाचे,
डीजे बजावे खाटू धाम में,
भाव भजना सु खूब रिझावे,
खाटू का राजा,
भला पधारया खाटू धाम में,
पगल्या करवा दो म्हारे आंगने,
खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
बागो सिलवा कर लाया,
चांदी को पालनो लाया,
गजरो फूला को लाया श्याम के,
केसर चन्दन सु मेह्कावा,
खाटू का राजा,
श्याम निशान चढ़ावा धाम में,
मोरछड़ी हाथा में खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
खीर चूरमो थारे लाया,
मावा को केक बनाया,
थाने जिमावै घने चाव से,
छप्पन भोग लगावा,
खाटू का राजा,
हिवड़े लगा दो म्हाने प्यार से,
हारे का हो सहारा खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
भगता की लाज राखजो,
सूनी हर गोद भरा जो,
झोली पसारे थारे धाम में,
अर्ज़ी लगावे रविंदर,
खाटू का राजा,
म्हाने भी बसा दो खाटू धाम में,
चरण चाकरी देदो खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
खाटू ले चालो म्हाने,
मोरछड़ी फिरवा दो म्हा पे,
आया जन्मदिन म्हारे श्याम का,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का,
तीन बाण का धारी खाटू का राजा,
आया जनमदिन म्हारे श्याम का
आया जनमदिन म्हारे श्याम का।।
गायक / लेखक – रविंद्र सेन बिलाड़ा।
9782043684