आशा ले आया थारे ठेट,
ओ मारी आशा कवरी,
सरणे आयो रा दुःख मेट दो,
मारी आध भवानी,
तन मन चरना में करू भेट।।
महिमा सुनी माँ जग में,
आविया मारी केसर बाई,
बलधा वाली गाड़ी में बैठ,
मारी आध भवानी,
बलधा वाली गाड़ी में बैठ।।
करवाने आया थाकि,
बोल्मा राठोडा माई,
आस पुरावो माने आज,
मारी आध भवानी,
आस पुरावो माने आज।।
अरे नामी नामी जी डोडिया,
देवरा जगदमा माई,
कोई न सुन्यो हेलो बैठ,
मारी आध भवानी,
कोई न सुन्यो हेलो बैठ।।
अरे मांगू मोहन ने टाबर,
दीधो था शिव पटरानी,
मारी वेल्या क्यों अत्रि देर,
मारी आध भवानी,
मारी वेल्या क्यों अत्रि देर।।
भॅवर सिंह जी सागर मल जी,
केवे मोटी महामाई,
राकेश केवे मोटी पेठ,
मारी आध भवानी,
राकेश केवे मोटी पेठ।।
आशा ले आया थारे ठेट,
ओ मारी आशा कवरी,
सरणे आयो रा दुःख मेट दो,
मारी आध भवानी,
तन मन चरना में करू भेट।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – धर्मेंद्र तंवर।
9829202569
https://youtu.be/vbRqD4QxykY