आना आना ओ कन्हैया,
मेरे हृदय में आ जाना,
मेरे हृदय में बस कर के मोहन,
मेरे दिल में समा जाना,
आना आना ओ कन्हेया,
मेरे हृदय में आ जाना।bd।
तर्ज – पत्ता पत्ता बूटा बूटा।
जब से तुम्हें श्याम देखा,
चाहत मन में जगने लगी,
चाहत बनी प्रीत ऐसी,
दिल में कली से खिलने लगी,
ये प्यार मेरा समझकर,
मुझको भी अपना बनाकर,
मुझको गले से लगा जाना,
आना आना ओ कन्हेया,
मेरे हृदय में आ जाना।bd।
मेरी नजर में तेरी,
सूरत समाई रहती प्रभु,
तेरी महक श्याम मुझ में,
हर स्वास मेरी कहती प्रभु,
दीवाना मैं हो रहा हूँ,
सुख चैन सब खो रहा हूँ,
ये प्यार और बढ़ा जाना,
आना आना ओ कन्हेया,
मेरे हृदय में आ जाना।bd।
तुम बिन जिया नाही लागे,
कैसे जियूं मैं तुम ही कहो,
कहता ‘रवि’ प्रभु से,
अब दूर मुझसे तुम ना रहो,
कुछ तो तरस मुझ पे खाके,
हे श्याम अब पास आके,
अपना मुझे तुम बना जाना,
Bhajan Diary Lyrics,
आना आना ओ कन्हेया,
मेरे हृदय में आ जाना।bd।
आना आना ओ कन्हैया,
मेरे हृदय में आ जाना,
मेरे हृदय में बस कर के मोहन,
मेरे दिल में समा जाना,
आना आना ओ कन्हेया,
मेरे हृदय में आ जाना।bd।
Singer – Roshan Sharma
Lyrics – Ravindra Kejriwal








