नई बींदणी आज बण्यो छै,
बाबो तेरो खाटू,
नाचू गाऊं ख़ुशी मनाऊं,
और मिठाई बांटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
छटा देख मंदिर की बाबा,
मन में हुई तसल्ली,
शीश धरा फूलां के ऊपर,
सूरत एक इकल्ली,
दर्शन करके मौज हो गई,
दिन मस्ती में काटूं,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
श्याम धणी की इस कलयुग में,
महिमा बड़ी निराली,
करे बहारां घर आँगन में,
रोज़ ही मने दिवाली,
आशीर्वाद मिला खुशियों का,
चौखट तेरी छाँटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
एक झलक तेरे दर्शन की,
बदले जीवन सारा
अन्न धन से भरपूर करे तू,
करदे सब पौबारा,
बार बार दर्शन की आवे,
मुश्किल सु मैं डाँटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
खाटू में रेहमत बरसे है,
शीश के दानी श्याम की,
गूँज रही कलयुग में महिमा,
खाटू पावन धाम की,
याद करे ये अर्ज़ बता,
मैं दर्शन सु क्यों नाटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
नई बींदणी आज बण्यो छै,
बाबो तेरो खाटू,
नाचू गाऊं ख़ुशी मनाऊं,
और मिठाई बांटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।
Singer – Sheetal Pandey Ji