आरती कीजे श्याम सुन्दर की,
मदनमोहन श्री राधा बर की,
आरती कीजे श्याम सुंदर की।।
कनक सिंहासन राजत जोरि,
विनती करत सुरजन कर जोरि,
प्रनतपाल श्री गिरिवरधर की,
प्रनतपाल श्री गिरिवरधर की,
आरती कीजे श्याम सुंदर की।।
चरणन बिच गंग बस आहि,
जिनको नाम लेत तर जाहि,
मृदुल मधुर श्री राधा बर की,
मृदुल मधुर श्री राधा बर की,
आरती कीजे श्याम सुंदर की।।
प्राण तजे नहीं दिखत है जम,
आरती लेत जात सब मम तम,
जन ‘अंकुश’ के प्राणाधर की,
जन ‘अंकुश’ के प्राणाधर की,
आरती कीजे श्याम सुंदर की।।
आरती कीजे श्याम सुन्दर की,
मदनमोहन श्री राधा बर की,
आरती कीजे श्याम सुंदर की।।
Singer / Lyrics – Ankush Ji Maharaj








JAl SHREE KRISHNA Mujhe ye bajhan bhot sundar laga