राधा रानी से मिलना बड़ा जरुरी भजन लिरिक्स

राधा रानी से मिलना बड़ा जरुरी भजन लिरिक्स
राधा-मीराबाई भजनसाध्वी पूर्णिमा दीदी

राधा रानी से मिलना बड़ा जरुरी,
मिलना बड़ा जरुरी,
मिलना बड़ा जरुरी,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।



जो मैं होती पैरन पैंजनिया,

नित चरणों में रहती,
छमक छमक कर,
झनक झनक कर,
राधे को सहलाती,
बन ना सकी मैं पैरन पैंजनिया,
बन ना सकी मैं पैरन पैंजनिया,
ये मेरी मज़बूरी,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।



जो मैं होती कान्हा की बंसी,

नित अधरों पर रहती,
राधा राधा नाम टेर कर,
राधे को मैं बुलाती,
बन ना सकी मैं अधर की बंसी,
बन ना सकी मैं अधर की बंसी,
ये मेरी मज़बूरी,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।



जो मैं तेरा पता जानती,

खत लिखती भिजवाती,
सब रसिकन को साथ में लेके,
तुझसे मिलने आती,
पता तेरा मेरे पास नहीं है,
पता तेरा मेरे पास नहीं है,
ये मेरी मज़बूरी,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।



जो तुम होती पास हमारे,

हाथ पकड़ बिठलाती,
पास बैठकर तुझको श्यामा,
मन की बात सुनाती,
मेरी तो मज़बूरी राधे,
मेरी तो मज़बूरी राधे,
पर तेरी क्या मज़बूरी,
Bhajan Diary Lyrics,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।



राधा रानी से मिलना बड़ा जरुरी,

मिलना बड़ा जरुरी,
मिलना बड़ा जरुरी,
श्यामा प्यारी से मिलना बड़ा जरुरी।।

स्वर – बृजरस अनुरागी पूनम दीदी जी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे