कृष्ण काले हो ठुआदे मन्नै मटकी भजन लिरिक्स
कृष्ण काले हो, ठुआदे मन्नै मटकी, श्याम प्यारे हो, ठुआदे मन्नै मटकी।। और सखी जल भर भर सटगी, राख दिये ...
Read moreDetailsकृष्ण काले हो, ठुआदे मन्नै मटकी, श्याम प्यारे हो, ठुआदे मन्नै मटकी।। और सखी जल भर भर सटगी, राख दिये ...
Read moreDetailsजोनरायजी रो बनीयो देवरो, अरे भई गाँव पिपलाज माय, सुनो रे मारा ए भाईडा रे, आपा दर्शन चालो रे, ए ...
Read moreDetailsदर्शन दो म्हारा रुणिचे रा राजा, दर्शन दिया मारो काज सरे, दर्शन दिया मारो काज सरे।। तर्ज - बरस बरस ...
Read moreDetailsछोटी सी नगरी, ओ बगडी पास में सावरिया मारा, ए पिपलाज कहिजे थारो धाम रे, सावरिया मारा, ए पिपलाज कहिजे ...
Read moreDetailsमुझे तेरे खाटू धाम आना है, वही मेरा ठिकाना है, तेरे चरणों की रज मिले मुझको, तेरी भक्ति को पाना ...
Read moreDetailsमेरा तो ये खाटू वाला, लगता रिश्तेदार, वरना क्यों ये साथ निभाता, करता हमसे प्यार, खाटू ही घर है मेरा, ...
Read moreDetailsचल श्याम धणी के द्वार, तू मौज करेगा, जो मिलती मुश्किल से, तू रोज करेगा, चल श्याम धनि के द्वार, ...
Read moreDetailsसुनकर करुण पुकार, ये सो नहीं सकता, भगत बुलाए ये ना आए, हो नहीं सकता, सुनकर करुण पूकार।। भगत तो ...
Read moreDetailsछोड़ के खाटू नगरी को, मेरे घर आ जाओ श्याम, मैं निर्धन बालक हूँ तेरा, तुम मेरे घनश्याम।। तर्ज - ...
Read moreDetailsजबसे बाबा के दर पे, हम जाने लगे। दोहा - टूट गई थी उम्मीदे सब, टूट गई थी आस, हार ...
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