मेरे इस टूटे दिल को आधार चाहिए वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए

मेरे इस टूटे दिल को आधार चाहिए,
मेरे इस पगले दिल को आधार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।

तर्ज – दिल दीवाने का डोला।



समझाना बड़ा मुश्किल है,

आखिर तो दरदे दिल है,
सच्चा दरबार लगा है,
ये कान्हा की महफ़िल है,
नैनो को बंसी वाले का हो ओ,
नैनो को बंसी वाले का,

नैनो को बंसी वाले का आधार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।



कुछ कमी ना अरमानो की,

तेरे इन दीवानो की,
मुझको मदहोश बनाये,
ये कटार तेरे नैनो की,
दिल नाच उठे वो हो ओ,
दिल नाच उठे वो,
दिल नाच उठे वो सांवरिया सरकार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।



जितना खिचाव चितवन में,

होता जो मेरे मन में,
फिर तो ये दिल दीवाना,
उड़ जाता निल गगन में,
हाथो में मेरे हो ओ,
हाथो में मेरे, 

हाथो में मेरे यार की पतवार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।



भक्तो के तुम प्यारे हो,

तुम जिगरी दिल वाले हो,
कितनो पर डोरे डाले,
तेरे ये मस्त नज़ारे,
यशोदा नंदन के हो ओ,
यशोदा नंदन के,

यशोदा नंदन के नैनो का दीदार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।



मेरे इस पगले दिल को आधार चाहिए,

मेरे इस टूटे दिल को आधार चाहिए,
वो काली कमली वाला मेरा यार चाहिए।।


By Shekhar Mourya

Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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