धीरे धीरे चाल मारी,
घाटा री धरियाणी ये,
अरे होले होले हाल मारी,
चामुंडा महारानी ये,
हे लाल चुन्दड़ मारी उड़ जासी।।
अरे सेरा री असवारी मैया,
जबरा जंगल वाली वो,
अरे जबरा जंगल वाली मैया,
ऊँचे डूंगर वाली वो,
हे लाल चुन्दड़ मारी उड़ जासी,
धीरे धीरे चाल म्हारी,
घाटा री धारियाणी ये।।
अरे छण छण बाजे पायलिया,
माँ ऊँचे दूंगर वाली वो,
ए पावा की पीजनिया,
बिखर जासी,
धीरे धीरे चाल म्हारी,
घाटा री धारियाणी ये।।
अरे जगदम्बा थारी बाड़ी में,
मैं केसर क्यारी बायि वो,
अरे ऊँचे डूंगर घाटा मे,
मैं केसर क्यारी बायी वो,
ए होले होले चाल मारी चामुंडा,
जगदम्बा थारी बाड़ी मे,
मे केसर क्यारी बायि वो।।
अरे ऊंचा देवल बणीया मारी,
जोगणिया महारानी वो,
अरे उचा देवल बणीया मारी,
घाटा री महारानी वो,
अरे दर्सन देवो मारी चामुंडा,
होले होले हाल मारी,
चामुंडा महारानी वो।।
अरे नवराता को मेलो लागे,
घाटा की महारानी वो,
अरे भारी भिड़ा होवे सवारी,
घाटा की महारानी वो,
ए सरवर जुलण आवो जी,
धीरे धीरे हाल मारी,
चामुंडा महारानी ये।।
अरे थारा लाड लड़ावु मैया,
थारी महिमा गावु वो,
अरे सिर पे हाथ रखजों मैया,
सरणे सिस नमावु वो,
ए महादेवा महिमा गावे जी,
धीरे धीरे हाल मारी,
चामुंडा महारानी वो।।
धीरे धीरे चाल मारी,
घाटा री धरियाणी ये,
अरे होले होले हाल मारी,
चामुंडा महारानी ये,
हे लाल चुन्दड़ मारी उड़ जासी।।
गायक – मुकेश महादेवा।
प्रेषक – शंभू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560








