चाँद जैसा मुखड़ा माँ का बैठी है दरबार में लिरिक्स

चाँद जैसा मुखड़ा माँ का बैठी है दरबार में लिरिक्स
विविध भजन

चाँद जैसा मुखड़ा माँ का,
बैठी है दरबार में,
रत्नागढ़ से आ गई मैया,
हम भक्तों के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
chand jaisa mukhda maa ka lyrics
तर्ज – चाँद जैसा मुखड़ा लेके।



भाई किर्सान्यो करे चाकरी,

मैया के दरबार में,
अन्नपूर्णा से आ गई मैया,
किर्सान्यो के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।



भाई झमराल्यो करे चाकरी,

मैया के दरबार में,
सलकनपुर से आ गई मैया,
झमराल्या के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।



भाई सुनार्यो करे चाकरी,

मैया के दरबार में,
पावागङ से आ गई मैया,
सुनार्या के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।



चाँद जैसा मुखड़ा माँ का,

बैठी है दरबार में,
रत्नागढ़ से आ गई मैया,
हम भक्तों के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।

Singer – Vaishnavi Rajput
Writer / Upload By – Ganesh Rajput
9009204025


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