जिसके हृदय में हरी सुमिरण होगा भजन लिरिक्स
जिसके हृदय में हरी सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल...
Read moreDetailsजिसके हृदय में हरी सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल...
Read moreDetailsबिन भजन के जगत में तू प्राणी, मोक्ष पाने के काबिल नहीं है, क्या यही मुख तू लेकर के जाए,...
Read moreDetailsजब भक्त नहीं होंगे, भगवान कहाँ होगा, हर एक समस्या का, समाधान कहाँ होगा।। पंडित भी हुए लाखो, विद्वान हुए...
Read moreDetailsकाम आएगा प्रभु का भजन, जिसने दिया है तुझे, प्यारा मानव जनम, करले उसका भजन, करले उसका भजन।। तर्ज -...
Read moreDetailsपा के सुंदर बदन, कर प्रभु का भजन, जिंदगानी का कोई भरोसा नहीं, जो भी आया यहां उसको जाना पड़े,...
Read moreDetailsवन वन डोले लक्ष्मण बोले, मेरे भ्राता करो विचार रे, अब कौन चुराई मात सिया।। तर्ज - मन डोले मेरा...
Read moreDetailsजब तेरी डोली निकाली जायेगी, बिन मुहूरत के उठा ली जायेगी।। तर्ज - दिल के अरमा आंसुओ में। उन हकीमों...
Read moreDetailsहर रोज रहे त्यौहार यहाँ, भारत की बात बताता हूँ, हर दिन हर मास करूँ पूजा, हिन्दू का धर्म निभाता...
Read moreDetailsसाँसों का क्या भरोसा, रुक जाए चलते चलते, जीवन की है जो ज्योति, बुझ जाए जलते जलते, साँसो का क्या...
Read moreDetailsप्रेम जब अनंत हो गया, रोम रोम संत हो गया, देवालय बन गया बदन, संत तो महंत हो गया।। प्रेम...
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