काशी जाओ मथुरा जाओ या जाओ हरिद्वार भजन लिरिक्स
काशी जाओ मथुरा जाओ, या जाओ हरिद्वार, मात पिता को ठुकराया तो, सब कुछ है बेकार, करो तुम उनकी सेवा,...
Read moreDetailsकाशी जाओ मथुरा जाओ, या जाओ हरिद्वार, मात पिता को ठुकराया तो, सब कुछ है बेकार, करो तुम उनकी सेवा,...
Read moreDetailsवह जीवन जन्म निरर्थक है, जिसमें प्रभु के प्रति प्यार न हो, निष्फल वह विद्या बल वैभव, जिससे जग का...
Read moreDetailsश्री मद भागवत में, अक्षर होते सात, सात ही दिन होते है भईया, रातें होती हैं सात, सात की अजब...
Read moreDetailsजिस घर में हरि गुणगान, वो घर है स्वर्ग समान, आँगन तुलसी गो सेवा, यही मानव की पहचान।। तर्ज -...
Read moreDetailsये माना की माँ की है, ममता महान, नहीं कुछ बिना बाप के। दोहा - पिता ब्रम्हा पिता विष्णु, पिता...
Read moreDetailsतू ही राम कहीं तू ही श्याम कहीं, वीर महावीर प्रभु कहलाता, तू ही तू बस नज़र आता, दाता तू...
Read moreDetailsमाँ बाप से बढ़कर जग में, कोई दूजा नहीं खजाना, जिसने तुझे जनम दिया है, दिल उनका नहीं दुखाना।। पहले...
Read moreDetailsमाई बिटिया घर की, लाडली हो माँ।। मुदित मगन मन करलो री, भई बेटी अवतार, दो दो कुल खेँ तारन,...
Read moreDetailsकिसी का मत करियो अपमान, वक्त की हवा निराली है, वक्त की हवा निराली है, वक्त की हवा निराली है,...
Read moreDetailsजो बोएगा वही पाएगा, तेरा किया आगे आएगा, सुख दुख है क्या फल कर्मो का, जैसी करनी वैसी भरनी, जैसी...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary