चरखा को भेद बता दे कातन वाली नार भजन लिरिक्स
चरखा को भेद बता दे, कातन वाली नार।। वन जायो वन उपनियो रे, वन मै तेरो वास, एक अचंबो मै...
Read moreDetailsचरखा को भेद बता दे, कातन वाली नार।। वन जायो वन उपनियो रे, वन मै तेरो वास, एक अचंबो मै...
Read moreDetailsअरे सतगुरु हाथ धरीया सिर ऊपर, सही सही नाम सुनाया जी, अमर जडी रा पिया प्याला, दोई-दोई तार मिलाया जी,...
Read moreDetailsअरे कवेला मेहला में, किकर आविया ओ राजा, ए कहे शहर वालो लोग हे हा।। अरे किन रे साधू वचन,...
Read moreDetailsकोई सुणलो नी समाज वाला लोग, नशे में घणो रोग, काया में कतरी विपदा पडे।। तर्ज - पन्ना काळी वा...
Read moreDetailsपूरी रे पुनम री रे रात देवल, पुरी रे पुनम री रे रात, पाबुजी आया देवल रे पावणा रे हा।।...
Read moreDetailsगुरु सरीखा देव, म्हारे मन भावे, सदा मन भावे।। इला पिगला ओर सुखमणा ने ध्यावे, सुखमणा ध्यावे, त्रिवेणी रे बीच...
Read moreDetailsहरी तेरा अजब निराला काम, दोहा - आरी री भवानी वास कर, तो मेरे घट के पट दे खोल, रसना...
Read moreDetailsआई माता ए मारी जोगमाया, आई माता ऐ मारी जोगमाया, थारे लुल लुल लागू पाव, मारी जोगमाया।। बिलाडे बनीयो ए...
Read moreDetailsअरे उड़तो उड़तो जा रे कबुतर, जिन्दधणया के द्वार, कागज में बातां लिख दी रे, तू तो दिज्ये रे धणियां...
Read moreDetailsथारे पगा तो उबाणी, आऊँ म्हारी माँ, ये सोना रा झांझर बाजणा, ये मैया सोना रा झांझर बाजणा।। ओ थारा...
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