बन्नो मारो चारभुजा रो नाथ भजन लिरिक्स
बन्नो मारो चारभुजा रो नाथ, बन्नी मारी तुलसा लाडली।। विनायक रिद्धि सिद्धि संग लाया जी, विनायक रिद्धि सिद्धि संग लाया,...
Read moreDetailsबन्नो मारो चारभुजा रो नाथ, बन्नी मारी तुलसा लाडली।। विनायक रिद्धि सिद्धि संग लाया जी, विनायक रिद्धि सिद्धि संग लाया,...
Read moreDetailsबिगड़ी कौन सुधारे नाथ बिना, बिगड़ी कौन सुधारे जी। दोहा - सूता सूता क्या करे, सूता ने आवे नींद, जम...
Read moreDetailsए बेटा थारी माँ समझावे रे, मिनक पनो एल घमावे रे। दोहा - मात पिता परमात्मा, पति सेवा गुरू ग्यान,...
Read moreDetailsसतगुरू मिल्या संशय टलिया, हुआ जगत से न्यारा। दोहा - नमस्कार गुरू देव ने, नमस्कार सब संत, नमस्कार परब्रम्ह ने,...
Read moreDetailsबीरा रे मत दीजो मावडली ने दोष, कर्मा री रेखा न्यारी न्यारी।। ओ भई रे एक पिता रे पुत्र चार,...
Read moreDetailsएकण बार आईजो गुरूजी, सौ सौ बार आईजो, सतगुरू जी मारोड़ा देश मे।। दोहा - गुरू देवन के देव हो,...
Read moreDetailsभगती योग ने ग्यान वैरागा, अरे सिलवार नीर मोई रे मन रे, एडा सतगुरु जोई ए हा।। अरे पर उपकारी...
Read moreDetailsए सुरता गुरू मुखी गंगा नाथ, अगम पथ जेलीया, ए सुरता शरने गुरूजी रे लाग, ए शरना पथ लेवीया, ए...
Read moreDetailsगुरा सा शरण आपके आया, दिलकी दुवदिया रही ना काई, दर्द मिटिया सुख पाया, गुरां सा शरण आपके आया।। ग्यान...
Read moreDetailsहेलो मारो साम्भलो ने, रूनीचे रा राज। हे जी रे रामा सामा आवजो, कलजुग बहे रे करूर, अरज करू अजमाल...
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