लकड़ी बिना थारो काम नी चाले भजन लिरिक्स
लकड़ी बिना थारो काम नी चाले, दोहा - राम झरोखे बैठ के, ओर सबका मुजरा लेत, जैसी जिनरी चाकरी, प्रभु...
Read moreDetailsलकड़ी बिना थारो काम नी चाले, दोहा - राम झरोखे बैठ के, ओर सबका मुजरा लेत, जैसी जिनरी चाकरी, प्रभु...
Read moreDetailsवो गोकुल वालो ग्वाल कठे, वो नारायण नन्दलाल कठे, वो ब्रज मोहन ब्रज लाल कठे, वो गोकुल वालो ग्वाल कठे,...
Read moreDetailsकलजल कलपे गौ कालजो, करे है विनय करतार, कानूडा कईया गाया ने भूल्यो रे, गोपाला कईया गाया ने भूल्यो रे,...
Read moreDetailsमैं सिमरा माके नहीं आवे, पल में दर्शन पायो, नीमा जी थाके घर नारायण आयो, नीमा जी थाकें घर नारायण...
Read moreDetailsजाओ माया पापणी, सायब ने रटवा दे। दोहा - कि माया ऐसी पापणी, और फंद ले बैठी हाट, ज्यौ त्यौ...
Read moreDetailsभोंग तम्बाकू पियो महादेवजी, नागनी बन जाऊ रे, मै नागनी बन जाऊ रे, पियाला लोक मे जाऊ ओ महादेवजी, भोंग...
Read moreDetailsजय हो थारी गुरूवर, प्रथम मनाऊं थाने रे सुण्ड सुण्डला, हो देवा दुंद दुन्दाला हो देवा, गणपत महाराजा रे हो...
Read moreDetailsसतगुरु जी ओल्यू आवे रे, म्हाने पल पल याद सतावे रे, मोहनपुरीजी री ओलु आवे रे, म्हाने पल पल याद...
Read moreDetailsदेखो मोहनपुरीजी आय गया, मरुधर में ज्योत जगाय गया, देखो मोहनपुरीजी आय गया, म्हारा गुरूवर है अवतारी, है भगता रा...
Read moreDetailsसोने रे आकर लिखयोडी, तारातरा री शुभ गाथा, जुना जुगा तपीयोडी धरती, तारातरा री यश गाथा, तारातरा री यश गाथा।।...
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