जल भरन जानकी आई हो मोरी केवल माँ भजन लिरिक्स
जल भरन जानकी आई हो, मोरी केवल माँ।। काहे की गगरी काहे की कुंजरी, काहे की लेर लगाई हो, मोरी...
Read moreDetailsजल भरन जानकी आई हो, मोरी केवल माँ।। काहे की गगरी काहे की कुंजरी, काहे की लेर लगाई हो, मोरी...
Read moreDetailsमाई समर के लाने आई हो, मोरी जगदम्बा।। कौन के लाने सजी माई दुर्गा, कौन के संग में लाई भवानी,...
Read moreDetailsकरे भगत हो आरती, माई दोई बिरियाँ।। श्लोक - सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश, पाँच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु...
Read moreDetailsडूब चलो दिन माई डूब चलो दिन, सांझ भई मन्दिर में डूब चलो दिन।। काहे के मैया दिवला बनो है,...
Read moreDetailsऊँची चढ़ाई, तर्ज - लंबी जुदाई श्लोक है रेहमत तेरी माँ, पल पल बरसे, जाए नही खाली, कभी सवाली दर...
Read moreDetailsपत्थर की दुनिया से निकलके, देखो माँ इक बार, कितना दुखी संसार।। तर्ज - नफरत की दुनिया को छोड़कर। हर...
Read moreDetailsदेखो सूरज की किरणे बिखरने लगी, तर्ज - जिसके सपने हमें रोज आते रहे। देखो सूरज की किरणे बिखरने लगी,...
Read moreDetailsयहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ कहाँ, है सँतोषी माँ, अपनी सँतोषी माँ, अपनी सँतोषी माँ, बड़ी मन भावन,...
Read moreDetailsमैने ध्यान तेरा ही किया है, मैने नाम तेरा ही लिया है, (तर्ज :- मैँने प्यार तुम्ही से) मैने ध्यान...
Read moreDetailsतू माँ शेरांवाली है जगदम्बे काली है, पालनहारी है, ओ माँ ऽऽऽ ओ माँ ऽऽऽ (तर्ज :- तू कितनी अच्छी...
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