सज धज कर मैया आएगी,
तुम मां का ध्यान लगाओ न,
जिस रस्ते मैया आएगी,
उस रस्ते फूल बिछाओ न।।
तर्ज – मै दुनियां तेरी छोड़ चला।
तेरे दर्शन को मैया मेरी,
ये अंखियां कब से तरस रही,
तुम आओगी मेरे आँगन,
ये सुन – सुन कर मैं हर्ष रही,
आसन सजाकर मैया का,
इत्र से तुम महकाओ न।।
जब शेर पै चढ़कर मां मेरी,
मेरे घर में आण विराजेगी,
जब भोग लगेगा मेरे घर,
मुझ निर्धन की किस्मत जागेगी,
लड्डू पेड़े का मैया जी,
तुम आकर भोग लगाओ न।।
तेरे चरणों से मुझको मैया,
तुम कभी ना करना दुर मां,
क्यों आणे में इतनी देर करी,
मेरा इतना बतादे कसूर मां,
तेरे चरणों की सेवा मिलती रहे,
मुझे चरणों बीच बिठाओं न।।
तेरी सुन्दर प्यारी मूरत मां,
मै देख कै शुद्ध बुद्ध री खोगया,
तेरे नाम की ऐसी लगन लगी,
तेरे भजनों में जीवन टो गया,
तेरे सुनील कुमार न आकै मां,
भक्ति की राह बताओ न।।
सज धज कर मैया आएगी,
तुम मां का ध्यान लगाओ न,
जिस रस्ते मैया आएगी,
उस रस्ते फूल बिछाओ न।।
गायक & लेखक – सुनील कुमार लदानियां।
99961-23336








