प्रीत श्यामा से कर बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी दुनियाँ से डरते थे,
तो छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
प्रित श्यामा से कर बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी ये ख्याल था दुनिया,
हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
प्रित श्यामा से कर बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
दीवाने बन गए तेरे,
तो फिर दुनिया से क्या मतलब,
तेरी गलियों में आ बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
प्रित श्यामा से कर बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
प्रीत श्यामा से कर बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
Singer – Vishnupriya Avi Ji