रटले मनवा सांझ सवेरे एक माला हरि नाम की लिरिक्स
रटले मनवा सांझ सवेरे, सवैया - गंग तरंग प्रवाह भयो, तब कूप को नीर पियो न पियो, जिनके हृदय रघुनाथ ...
Read moreDetailsरटले मनवा सांझ सवेरे, सवैया - गंग तरंग प्रवाह भयो, तब कूप को नीर पियो न पियो, जिनके हृदय रघुनाथ ...
Read moreDetailsबाबा तेरा प्यार मिला, मिल गया जग सारा, तूने संभाला मुझको, मुश्किलों से जब हारा।bd। तर्ज - तेरे जैसा यार ...
Read moreDetailsदरश अब तो दिखा मोहन, उमरिया बीत ना जाए, उमरिया बीत ना जाए, उमरिया बीत ना जाए, तेरी भक्ति सिखा ...
Read moreDetailsकद आसी सांवरियो, साँची बात बता दे रे। दोहा - राधे तू बड़भागनी, तो कौन तपस्या किन, तीन लोक तारण ...
Read moreDetailsमैं तो श्याम का खज़ाना ले आया, श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।। तर्ज - मनिहारी का भेष बनाया। श्याम ...
Read moreDetailsजब मन मेरा घबराए, कोई राह नज़र ना आये, ये हाथ पकड़ कर मेरा, मुझे मंज़िल तक ले जाये, ये ...
Read moreDetailsकाहे करता तू खुद पे, गुमान बावरे। दोहा - यहाँ अटल नियम, उस दाता के, यहाँ चले नहीं मनमानी है, ...
Read moreDetailsकैसे कह दूँ सांवरिया, मेरी सुनता नहीं अरदास है, जब भी गमों ने घेरा, मैंने पाया अपने पास है।। तर्ज ...
Read moreDetailsनारायण जिनके हिरदे में, सवैया - तात मिलै पुनि मात मिलै, सुत भ्रात मिलै युवती सुखदाई, राज मिलै गज बाज ...
Read moreDetailsश्याम मेरे श्याम, विश्वास है तेरा, हारे के सहारे मैंने, तुझको पुकारा, देना सहारा मेरे श्याम, देना सहारा मेरे श्याम।। ...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary