वृन्दावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया,
याद मुझे ये गलियां आई,
याद मुझे ये गलियां आई,
कुंज गलीन में खींचा चला आया,
वृंदावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया।bd।
ब्रज भूमि की बात निराली,
दिन है निराला रात निराली,
राधे राधे नाम उचारे,
पत्ता पत्ता डाली डाली,
पत्ता पत्ता डाली डाली,
संतो ने जहां पर कृष्ण को पाया,
कुंज गलीन में खींचा चला आया,
वृंदावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया।bd।
देवता जिस रस को तरसे,
वो रस वृंदावन में बरसे,
पागल श्याम के हो जाओगे,
सोच समझकर चलना घर से,
सोच समझकर चलना घर से,
श्याम ने जहां पर रास रचाया,
कुंज गलीन में खींचा चला आया,
वृंदावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया।bd।
वृन्दावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया,
याद मुझे ये गलियां आई,
याद मुझे ये गलियां आई,
कुंज गलीन में खींचा चला आया,
वृंदावन में मैं चला आया,
बांके बिहारी ने मुझको बुलाया।bd।
Singer – Kanhiya Mittal