तुमसे ना बोलूं बता फिर और किसे बोलूं भजन लिरिक्स

तुमसे ना बोलूं बता फिर और किसे बोलूं भजन लिरिक्स
कन्हैया मित्तल भजनकृष्ण भजन

तुमसे ना बोलूं,
बता फिर और किसे बोलूं,
लोग हंसेगे सांवरिया,
दिल में किन से खोलूं,
तुमसे ना बोलूँ,
बता फिर और किसे बोलूँ।।



यूँ तो दुनिया में,

सभी तो अपने है,
पर अपने ही क्यों,
अपनों को ठगते है,
रो लिया दुनिया के आगे,
तेरे आगे रो लूँ,
तुमसे ना बोलूँ,
बता फिर और किसे बोलूँ।।



है कृपा तेरी,

तभी तो जिन्दा हूँ,
पर गुनाहों से,
श्याम शर्मिंदा हूँ,
आकर के दरबार,
तेरे मैं पाप,
जरा से धो लूँ,
तुमसे ना बोलूँ,
बता फिर और किसे बोलूँ।।



हार गया हूँ मैं,

मुझे अब अपनाओ,
अपनों से हारा,
मुझे ना ही ठुकाराओ
नींद गयी मेरा चैन गया,
तेरी गोद में,
सर रख सो लूँ,
तुमसे ना बोलूँ,
बता फिर और किसे बोलूँ।।



तुमसे ना बोलूं,

बता फिर और किसे बोलूं,
लोग हंसेगे सांवरिया,
दिल में किन से खोलूं,
तुमसे ना बोलूँ,
बता फिर और किसे बोलूँ।।

Singer – Kanhiya Mittal Ji


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