सांवत सुरा जाट का रे,
हो तेजाजी लीले वाला मानवी रे,
हो तेजाजी घुड़ले ने सिणगार,
गाया री वारा चालणु र,
हो लाछा भोम्या भोगे भोमडी रे,
हो लाछा हांसल खावे लाठ,
परदेशी मे तो पावणों रे।।
हो तेजाजी भोमिया मांके बेर बसे र,
हो तेजाजी नहीं है नगरी में जोर,
गुर्जर अट मोकला र,
हो लाछा जार पुकारो राज में र,
हो लाछा ठाकर लाठे गांव,
किन विद जावा वार में र।।
हो तेजाजी पलो बिछाउ र पावना र,
हो तेजाजी जोड़े गुर्जर की हाथ,
कारज मारो सारज्यों र,
हो लाछा तू है धर्म की बेनडी र,
हो लाछा तेजो धर्म को भीर,
कारज थारो सारस्या र।।
हो तेजाजी गोरा भूखा बाछड़ा र,
हो तेजाजी चालों गाया की वार,
गाया र बिन बाछड़ा र,
हो लाछा कुल तो लाजे धोलिया र,
हो लाछा लाजे मामा री जात,
धर्म हिन्दू ना घटे र।।
हो तेजाजी भलो बाजे बाकियों र,
हो तेजाजी सुरा भिड़े रण माय,
कायर भागे मारीगा र,
हो लाछा खाण्डों खण के वार में र,
हो लाछा खांदे र खांप बंदूक,
जावा गाया री वार में चढ़ा र।।
हो तेजाजी लाम्बी उतारू आरती र,
हो तेजाजी दूधा खोलु पांव,
सांवत सुरा जाट का रे,
हो लाछा सिर पचरंगी पागड़ी र,
हो लाछा देवोनि मोड़ बंधाए,
गाया री वारा निशरा र।।
Singer – Surendra Dhojak
9521479116








