साँवरिया सज धज बैठा,
खाटू राजस्थान में,
चर्चा सकल जहान में हां।।
श्याम का घूँघर वाला बाल,
उसपे मोर मुकुट बेमिसाल,
केसरिया बागा पहने,
बैठा देखो शान में,
चर्चा सकल जहान में हां।।
श्याम है तीन बाण का धारी,
ये है कलयुग का अवतारी,
जिसने शीश दिया था प्रभु को,
अपना दान में,
चर्चा सकल जहान में हां।।
श्याम का मेला लागे प्यारा,
गूंजे गली गली जयकारा,
रहता ‘विकास’ हरदम,
तेरे ही गुणगान में,
चर्चा सकल जहान में हां।।
साँवरिया सज धज बैठा,
खाटू राजस्थान में,
चर्चा सकल जहान में हां।।
गायक / लेखक – विकास झा।
7980672853








