गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं भजन लिरिक्स

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं, भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं।। तर्ज - अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरम। कौन कहते है गणराज आते नही, ...

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जागो राम रुणेचे वाला पो फाटी प्रकाश भया प्रभाती भजन लीरिक्स

जागो राम रुणेचे वाला, पो फाटी प्रकाश भया, बीती रेण छिपे सब तारे, चंदा ज्योति मन्द भया।। ऊगा भाण बीत ...

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