झांकी रे झरोखे बैठी लाडली जनक की भजन लिरिक्स
झांकी रे झरोखे बैठी, लाडली जनक की।। राजा अनेक आए, एक से एक आए, अब विचारे देखो, धनुष तोड़न की, ...
Read moreDetailsझांकी रे झरोखे बैठी, लाडली जनक की।। राजा अनेक आए, एक से एक आए, अब विचारे देखो, धनुष तोड़न की, ...
Read moreDetailsहरियाणे का इतिहास, गौरवशाली बताया, वेदों और पुराणों ने भी, इसका है गुण गाया।। वेदिक काल में ब्रह्मावर्त, इसको ही ...
Read moreDetailsदीनो का पालनहारा, दुखियों का एक सहारा, मेरा श्याम है मेरा श्याम है, मेरा श्याम ही तो है।। तर्ज - ...
Read moreDetailsहार को अपनी भूल गया प्रभु, जबसे तेरा साथ मिला, मेरा दामन थाम लिया मुझे, सर पे तेरा हाथ मिला, ...
Read moreDetailsदुष्ट पापिनी केकैयी माता, तूने क्या कर डाला, हंसती खिलती अवधपुरी में, अंधकार कर डाला, ओ राम मेरे राम, मेरे ...
Read moreDetailsशबरी बेचारी है, प्रेम की मारी है, स्वागत में रघुवर के, सुध बुध बिसारी है, लक्ष्मण राजा राम, मेरे घर ...
Read moreDetailsमाई सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे, खुशहाल रहे मालामाल रहे, माईं सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे।। हंसते रहे ...
Read moreDetailsलाल लाल चुनरी की अजब कहानी, दोहा - लाली मेरी मात की, जित देखूं तित लाल, लाली देखन मैं गया, ...
Read moreDetailsयो तन जावसी रे मनवा, चेत सके तो चेत। दोहा - क्या भरोसा देह का, विनश जाय छिन माय, स्वासो ...
Read moreDetailsबालाजी थे तो पर्वत जाईज्यो सा, अंजनी के लाला पर्वत जाईज्यो सा, आता तो लावज्यो संजीवन बूटी।। तर्ज - बाला ...
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