धजबन्द लाज रखो म्हारी रामदेवजी सायल लिरिक्स
धजबन्द लाज रखो म्हारी, ओ बापजी कलम रखो म्हारी, तीन लोक और चौदह भवन में, अखण्ड जोत थारी।। घर अजमल ...
Read moreDetailsधजबन्द लाज रखो म्हारी, ओ बापजी कलम रखो म्हारी, तीन लोक और चौदह भवन में, अखण्ड जोत थारी।। घर अजमल ...
Read moreDetailsकलजुग कमज्या थोरी अजमाल रा, पत राखो भाने री लाज, ओ भेक री लाज, प्रेम रा प्याला हेत कर पीवो, ...
Read moreDetailsथारा झालरिया में, कोयलिया रो शोर बोले, हां शोर बोले, म्हारी रनुबाई थारा, आंगनिया में मोर बोले।। झमराल्या रो बेटो ...
Read moreDetailsदरबार में आकर बाबा को, तू अपना हाल सुनाए जा, बाबा ना सुने ना मुमकिन है, तू अपना जोर लगाए ...
Read moreDetailsचाँद जैसा मुखड़ा माँ का, बैठी है दरबार में, रत्नागढ़ से आ गई मैया, हम भक्तों के प्यार में, चांद ...
Read moreDetailsमैंने तेरे ही भरोसे हनुमान, सागर में नैया डाल दई।bd। देखे - जागो बजरंगी अब हम पर। काहे की या ...
Read moreDetailsहै चंदा की चांदनी जिसमे, सूरज का तेज समाये, है प्यारी सी ये सूरत तेरी, भक्तों के मन को लुभाये, ...
Read moreDetailsऐ री मेरे सतगुरु कृपा निधान, सतगुरु कृपा निधान, ऐ रीं मेरे सतगुरु कृपा निधान।। ae ri mere satguru kripa ...
Read moreDetailsतेरी शरण में आके, मैं धन्य हो गया, जन्मों की प्यास थी जो, मैं सम्पन्न हो गया, तेरी शरण मे ...
Read moreDetailsओ कान्हा आ रे, तू आजा मोहन गिरधारी, की तरसे गुजरिया सारी, पुकारे राधा बेचारी, ओ कान्हा आ रें।। o ...
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