माँ उत्तरवाहिनी क्षिप्रा आरती लिरिक्स
मै आरती तेरी गाऊं, माँ उत्तरवाहिनी क्षिप्रा, उत्तरवाहिनी क्षिप्रा, माँ मोक्षदायिनी क्षिप्रा।। तर्ज - मैं आरती तेरी गाँउ ओ केशव। ...
Read moreDetailsमै आरती तेरी गाऊं, माँ उत्तरवाहिनी क्षिप्रा, उत्तरवाहिनी क्षिप्रा, माँ मोक्षदायिनी क्षिप्रा।। तर्ज - मैं आरती तेरी गाँउ ओ केशव। ...
Read moreDetailsना गलत चाहता हूँ ना, सही चाहता हूँ, जो तुम चाहते हो मैं, वही चाहता हूँ।। प्रभु तेरी हाँ में, ...
Read moreDetailsश्री हनुमान पच्चीसा लिरिक्स, दोहा - अजब है शक्ति आपकी, अजब आपके रंग, चरणों में मैं आ गिरा, ओ मेरे ...
Read moreDetailsघी दुधा री नदियाँ बहती, पावन भारत देश जठे, वा रे जमाना वा रे कलयुग, वे बाता है आज कठे।। ...
Read moreDetailsजिसमे भी अभिमान रहेगा, वो हरदम परेशान रहेगा, जिसकी सरलता होगी ज़िंदा, जिसकी सरलता होगी ज़िंदा, उनके संग में श्याम ...
Read moreDetailsये भीड़ नहीं बाबा, कुछ लेने आयी है, तेरी नजर रहे हम पर, यही कहने आयी है।। तर्ज - दिलदार ...
Read moreDetailsतेरे दरबार में हम आते रहे, सर चरणों में हम झुकाते रहे, साँचा दर है तेरा इस दुनिया में, मेरे ...
Read moreDetailsभेरुजी सबरा काम बनाया, अब मारो काम बनाजो, थारी महिमा सुनने आयो, भेरू गांव कोठारिया वाला।। भेरुजी सब का दुखड़ा ...
Read moreDetailsसाधु भाई सुणो भड़द भगती का, कर दील साफ काप नहीं रखना, पंड में न पाप तरीका।। संत स्वभाव सुनो ...
Read moreDetailsहम छोटे है करते है पर, बात बड़े ही काम की, खाटू के श्याम की, खाटू के श्याम की, सारी ...
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