दारुडिया ने अलगो बाल रे राजस्थानी लोक गीत
दारुडिया ने अलगो बाल रे, भूड़ी आवे वास। श्लोक - राम राज में दूध मिलियो, कृष्णा राज म घी, इन ...
Read moreDetailsदारुडिया ने अलगो बाल रे, भूड़ी आवे वास। श्लोक - राम राज में दूध मिलियो, कृष्णा राज म घी, इन ...
Read moreDetailsगुरु बिन कौन करे भव पारा, श्लोक - गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्रीगुरुवे नमः।। गुरु बिन ...
Read moreDetailsमन हो जा दिवाना रे, बालाजी के चरणों में, तू करले ठिकाना रे, बालाजी के चरणो में, मन हो जा ...
Read moreDetailsसुनी तो उचट गयी निंदिया हमारी, गजब की है ये बांसुरी जदुगारी, सितम की है ये बांसुरी जदुगारी।। मधुर नींद ...
Read moreDetailsनैनो में चले आओ, श्याम दर्शन दिखाने को, मेरे दिल में समा जाओ, मेरे दिल में समा जाओ, लौट के ...
Read moreDetailsमुझे राधे राधे कहने दे, ओ पापी मन रुक जा जरा, रुक जा जरा रे मन रुक जा जरा, मुझे ...
Read moreDetailsबालक तेरा हूँ, गले से लगा ले मेरे श्याम, पूरा ये बाबा मेरा, पूरा ये बाबा मेरा, कर दे अरमान, ...
Read moreDetailsलिखने वाले लिख लिख हारे, शिव की अमर कहानी।। तर्ज - लिखने वाले ने लिख डाले। लिखने वाले लिख लिख ...
Read moreDetailsबाबा छमछम बाजे घूघरा, ए रुणझुण बाजे घूघरा, घोड़े रा बाजे पोड जी, लीले री असवारी आवे, बाबा री असवारी ...
Read moreDetailsभजले राम राधेश्याम, सीताराम भजले, जिंदगानी का कोई भरोसा नहीं, जिंदगानी का कोई भरोसा नहीं, जिंदगानी का कोई भरोसा नहीं, ...
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