शंकर चौड़ा रे सिंगार माई कर रही सोला रे भजन लिरिक्स
शंकर चौड़ा रे, महामाई कर रही सोला रे, सिंगार माई कर रही सोला रे।। माथे उनके बिंदिया सोहे, टिकली की ...
Read moreDetailsशंकर चौड़ा रे, महामाई कर रही सोला रे, सिंगार माई कर रही सोला रे।। माथे उनके बिंदिया सोहे, टिकली की ...
Read moreDetailsआल्हा की ध्वजा नहीं आई हो माँ, तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल्हा की ध्वजा नही आईं हो माँ, ...
Read moreDetailsगुरुदेव के चरणों की, गर धूल जो मिल जाए, सच कहता हूँ मेरी, सच कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए, ...
Read moreDetailsहरी नाम की माला जपले, पल की खबर नहीं, पल की खबर नहीं, अंतर्घट मन को मथले, पल की खबर ...
Read moreDetailsतेरी चौखट पे आके भोले बाबा, कोई रोता सिसकता नहीं है, बिना मांगे ही मिल जाता इतना, कोई दुःख से ...
Read moreDetailsअगर बाबा तू ना होता, तो हम दीनों का क्या होता, भटकते दर बदर हम तो, तेरा दीदार ना होता, ...
Read moreDetailsजीवन मौत का खेल है पगले, क्या रोना क्या धोना, जितनी चाबी भरी राम ने, उतना चले खिलौना, रोते रोते ...
Read moreDetailsद्वारिका से आये विष्णु, रुणिचा नगरी जी। तर्ज - मेरा भोला है भंडारी करता। जय बाबा री, ओ बोलो जय ...
Read moreDetailsमेरे गुरुवर जहाँ आ जाए, वहाँ लग जाता भक्तों का तांता, मेरे गुरुवर जहाँ आ जाये, वहा खुशियों का मौसम ...
Read moreDetailsथाने सिमरा मैं बारमबार, जगदम्बा म्हारी अरज सुनो, ओ अरज सुनो ए मैया विनती सुनो, ओ थाने विनती करूं बारंबार, ...
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